मुंबई । महाराष्ट्र में कोंकण संभाग ने आम फलों का राजा माने जाने वाले हापुस आम की खेती के लिए अपनी अलग पहचान बनाई है। ठाणे शहर के विधायक संजय केलकर ने आज संस्कार संस्था और कोंकण विकास प्रतिष्ठान द्वारा 1 मई से 18वें मैंगो फेस्टिवल का आयोजन के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि ठाणे में 18वर्ष से आयोजित आम महोत्सव से कोंकण संभाग के आम उत्पादकों की सहायतार्थ बड़ा बाजार उपलब्ध कराया गया है। 18वां आम महोत्सव 1 मई से शुरू हो रहा है। विधायक संजय केलकर की संस्कार सेवाभाई संस्था और कोंकण विकास प्रतिष्ठान द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस आम महोत्सव को महाराष्ट्र सरकार के कृषि विपणन बोर्ड द्वारा प्रायोजित किया गया है। ठाणे के गावदेवी मैदान में 1 से 12 मई तक आयोजित होने वाले इस आम महोत्सव मे कोंकण के प्रामाणिक हापुस, पायरी, रत्ना और केसर आमों के साथ-साथ, विभिन्न गुणवत्ता वाले कोंकणी उत्पाद जैसे आम-फनास पोली, शर्बत, काजू, मालवणी मसाले और पापड़ बेचने वाले 45 स्टॉल होंगे।
संस्कार संस्था के अध्यक्ष और महोत्सव के आयोजक विधायक संजय केलकर ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि किसानों की मदद करने और आम ठाणे निवासियों को गुणवत्ता वाले हापुस आम खरीदने और उनका आनंद लेने में सक्षम बनाने के लिए यह आंदोलन पिछले 18 वर्षों से चल रहा है। आज इस संवाददाता सम्मेलन में कोंकण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के विधायक निरंजन डावखरे, भाजपा ठाणे शहर जिला अध्यक्ष संजय वाघुले, पूर्व उपमहापौर अशोक भोईर, सुभाष काले, कोंकण विकास प्रतिष्ठान के राजेंद्र तावड़े, परिवहन सदस्य विकास पाटिल, ठाणे जिला हाउसिंग फेडरेशन के अध्यक्ष सीताराम राणे, संतोष सालुंखे, विष्णु रानाडे उपस्थित थे।
कोंकण में कुल 1 लाख 80 हजार हेक्टेयर भूमि पर आम की खेती की जाती है। 2022 में कोंकण में आम का उत्पादन 3 लाख,20, हजार मीट्रिक टन था। इसमें से 260 करोड़ रुपये मूल्य के आम मुंबई और पूरे भारत में बेचे गए तथा 100 करोड़ रुपये मूल्य के आम निर्यात किए गए। यह उत्पादन हर साल घटते हुए 2023 में 2, लाख 56, हजार मीट्रिक टन और 2024 में 1 लाख,28, हजार मीट्रिक टन तक पहुंच जाएगा। देशभर में 126 करोड़ रुपये के आम बेचे गए और 54 करोड़ रुपये के आम निर्यात किए गए। इस वर्ष बेमौसम बारिश और बादल छाए रहने के कारण फल गिर गए हैं तथा थ्रिप्स रोग और टिड्डियों के प्रकोप के कारण केवल तीस प्रतिशत आम की फसल ही काटी जा सकी है। इसलिए, कोंकण के किसान पिछले दस वर्षों से लगातार वित्तीय संकट में हैं। विधायक संजय केलकर ने विश्वास व्यक्त किया कि आम फलों के जानकर लोग कृषकों की आर्थिक स्थिति पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेंगे और उचित मूल्य पर यथासंभव उच्च गुणवत्ता वाले आम खरीदकर कोंकण के किसानों को सहयोग देंगे।
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