रविवार सुबह चोरी की एक घटना के बाद फ़्रांस में पेरिस के लूवर म्यूज़ियम को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा है. पुलिस फिलहाल इस हैरतअंगेज़ चोरी की घटना की जांच कर रही है.
इस वारदात में चोरों ने फ़्रांस के शाही परिवार के बेशकीमती गहने चुरा लिए. वे अपने साथ 19वीं सदी के आठ बेहद कीमती गहने लेकर फ़रार हो गए.
दिनदहाड़े हुई इस वारदात में चोर पावर टूल्स की मदद से दुनिया के सबसे लोकप्रिय म्यूज़ियम में दाखिल हुए और फिर स्कूटरों पर भाग निकले.
यह घटना स्थानीय समय के मुताबिक़ रविवार सुबह 9:30 से 9:40 के बीच हुई. इसी समय म्यूज़ियम में विज़िटर्स का प्रवेश शुरू हुआ था.
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अब तक हुई जांच से पता चला है कि चार चोर हाइड्रोलिक लिफ्ट वाले ट्रक की मदद से सीन नदी के पास मौजूद म्यूज़ियम की बालकनी से गैलरी ऑफ़ अपोलो तक पहुँचे.
घटनास्थल की तस्वीरों में एक गाड़ी पर लगी सीढ़ी पहली मंज़िल की खिड़की तक जाती दिखी.
दो चोर बैटरी से चलने वाले डिस्क कटर से शीशे को काटकर म्यूज़ियम में घुस गए.
उन्होंने सुरक्षाकर्मियों को धमकी दी, जिसके बाद गार्ड्स ने इमारत खाली कराई. फिर चोरों ने दो कांच के शोकेस तोड़कर गहने निकाल लिए.
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अधिकारियों के मुताबिक़, इस घटना में चोरों ने आठ बेशकीमती गहने चुरा लिए. इनमें शाही परिवार का मुकुट, नेकलेस, कानों की बालियाँ और ब्रोच शामिल हैं.
ये सभी 19वीं सदी की हैं और कभी फ़्रांसीसी शाही परिवार या साम्राज्य की संपत्ति रही हैं.
फ़्रांस के संस्कृति मंत्रालय ने कई बेशकीमती वस्तुओं की चोरी की पुष्टि की है.
जो गहने चोरी हुए वो हैं -
- नेपोलियन तृतीय की पत्नी महारानी यूजीन का ताज और ब्रोच
- महारानी मेरी लुईज़ का पन्ने का हार और पन्ने की बालियां
- महारानी मेरी-अमेलि और महारानी हॉर्तेंस के नीलम सेट का ताज, हार और एक बाली
- एक 'रिलिक्वेरी ब्रोच'
इन सभी गहनों में हज़ारों हीरे और अन्य कीमती रत्न जड़े हैं.
चोरी की इस वारदात के बाद दो बेशकीमती वस्तुएँ घटनास्थल के पास मिली हैं. इनमें महारानी यूजीन का ताज शामिल है. माना जा रहा है कि यह संभवतः भागते समय गिर गया होगा.
फ़िलहाल अधिकारी इन वस्तुओं की जांच कर रहे हैं कि ये सुरक्षित हैं या नहीं.
गृह मंत्री न्युनेज़ ने इन गहनों को "बेशकीमती" और "महत्वपूर्ण सांस्कृतिक धरोहर" बताया.
सात मिनट में हुई चोरी की वारदात
चोरी की इस घटना के वक़्त म्यूज़ियम का अलार्म बज गया और कर्मचारियों ने तय प्रोटोकॉल के मुताबिक़ सुरक्षा बलों से संपर्क किया तथा विज़िटर्स को सुरक्षित बाहर निकाला.
संस्कृति मंत्रालय के अनुसार, चोरों ने अपनी गाड़ी में आग लगाने की कोशिश की थी, लेकिन म्यूज़ियम के एक कर्मचारी ने उन्हें रोक दिया.
संस्कृति मंत्री राशिदा दाती ने फ़्रांसीसी चैनल टीएफ़1 को बताया कि सीसीटीवी फुटेज में नकाबपोश चोर "शांति से" म्यूज़ियम में घुसते और शोकेस तोड़ते नज़र आए.
उन्होंने कहा कि इस घटना में किसी को चोट नहीं आई और पूरी वारदात "बिना किसी हिंसा के और बेहद पेशेवर तरीके से" अंजाम दी गई.
मंत्री ने बताया कि चोर "अनुभवी" लग रहे थे और पहले से तय योजना के मुताबिक़ दो स्कूटरों पर भाग निकले.
जांचकर्ता इस वारदात में शामिल चार संदिग्धों की तलाश में हैं और भागने के संभावित रास्तों की सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं.
गृह मंत्री लॉरेंट न्युनेज़ ने कहा कि पूरा ऑपरेशन "बहुत तेज़ी से" हुआ और सात मिनट से भी कम में ख़त्म हो गया.
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि जब म्यूज़ियम को खाली कराया गया, तो वहां "पूरी तरह अफ़रा-तफरी" का माहौल था. बाद में म्यूज़ियम के एंट्री गेट को मेटल की जालियों से बंद कर दिया गया.
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लूवर से चोरी की सबसे चर्चित घटना साल 1911 की है, जब लियोनार्डो दा विंची की प्रसिद्ध कृति मोना लिसा चोरी हो गई थी.
उस वक़्त तक यह पेंटिंग बहुत लोकप्रिय नहीं हुई थी. हालाँकि दो साल बाद पेंटिंग यह वापस मिल गई थी.
तब पुलिस ने कवि गिलॉम अपोलिनेर और चित्रकार पाब्लो पिकासो से भी पूछताछ की थी.
लेकिन असली अपराधी एक इतालवी व्यक्ति निकला, जो 'नेशनल प्राइड' के कारण यह पेंटिंग इटली वापस ले जाना चाहता था. उसे लगता था यह चित्र इटली का है.
अब मोनालिसा को कड़ी सुरक्षा वाले शीशे के कम्पार्टमेंट में रखा गया है.
इसके अलावा साल 1983 में 16वीं सदी के कुछ कवच (आर्मर) गायब हो गए थे, जो 2011 में दोबारा मिले.
सबसे हाल में साल 1998 में 19वीं सदी के कलाकार कैमील कोरो की एक पेंटिंग 'द सेव्र रोड' चोरी हुई थी. यह दीवार से सीधे उतार ली गई थी और किसी ने देखा भी नहीं.
इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था में बड़े बदलाव किए गए. यह पेंटिंग अब तक नहीं मिली है.
फ़्रांस के म्यूज़ियमों में चोरीम्यूज़ियम से चोरी की घटनाएं बहुत कम होती हैं, क्योंकि यहाँ सुरक्षा व्यवस्था बहुत सख़्त होती है. फिर भी म्यूज़ियमों में चोरी की कुछ घटनाएँ होती रहती हैं.
फ्रांस के म्यूज़ियमों में हाल के समय में चोरी की कई घटनाएं हुई हैं.
पिछले महीने लिमोज के एड्रियन डुबूशे म्यूज़ियम से चोरों ने 9.5 मिलियन यूरो की कीमती चीनी मिट्टी की कलाकृतियां चुरा लीं.
नवंबर 2024 में पेरिस के कॉन्याक-जे म्यूज़ियम से सात ऐतिहासिक वस्तुओं की चोरी हुई थी, जिनमें से पांच हाल ही में बरामद की गईं.
नवंबर 2024 में ही बर्गंडी के हीरॉन म्यूज़ियम में हथियारबंद लुटेरों ने गोलियां चलाने के बाद करोड़ों की कलाकृतियां लूट लीं.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित
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