नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मंगलवार दोपहर अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है.
नेपाल में सोशल मीडिया पर बैन और कथित राजनीतिक भ्रष्टाचार को लेकर राजधानी काठमांडू में 'जेन ज़ी' के प्रदर्शन में कई लोगों की मौत के बाद केपी शर्मा ओली आलोचना का सामना कर रहे थे.
प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांगों में से एक केपी शर्मा ओली का इस्तीफ़ा भी था. राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली का इस्तीफ़ा स्वीकार भी कर लिया है.
अधिकारियों का कहना है कि युवाओं के आंदोलन में व्यापक बल प्रयोग के कारण अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें दो मौतें मंगलवार को हुई हैं.
प्रधानमंत्री सचिवालय ने ओली की ओर से राष्ट्रपति को भेजा इस्तीफ़ा सार्वजनिक किया है.
प्रधानमंत्री के तौर पर यह ओली का चौथा कार्यकाल था.
राष्ट्रपति को भेजा इस्तीफ़ा
सत्तारूढ़ गठबंधन में सहयोगी नेपाली कांग्रेस और नेपाली समाज पार्टी के कई मंत्रियों के सरकार से इस्तीफ़ा देने के तुरंत बाद प्रधानमंत्री ओली ने इस्तीफ़ा दे दिया.
जेन ज़ी के विरोध प्रदर्शनों में एक ही दिन के भीतर नेपाल में बड़ी संख्या में हुई मौतों के बाद ही केपी शर्मा ओली पर इस्तीफ़े का दबाव बढ़ गया था.
बीबीसी नेपाली सेवा के मुताबिक, कुछ अख़बारों ने विशेष संपादकीय प्रकाशित कर के सरकार का नेतृत्व कर रहे ओली से इस्तीफ़ा देने की मांग की थी.
राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल को भेजे अपने त्यागपत्र में ओली ने कहा, "मैंने संविधान के अनुच्छेद 77 (1) (ए) के अनुसार आज से प्रधानमंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया है, ताकि संविधान के अनुसार राजनीतिक समाधान ढूंढा जा सके और देश में उत्पन्न असामान्य स्थिति को ध्यान में रखते हुए समस्याओं को हल करने के लिए आगे की पहल की जा सके."
राष्ट्रपति की प्रेस सलाहकार किरण पोखरेल ने बीबीसी नेपाली को बताया, "संविधान के अनुसार उनका इस्तीफ़ा स्वीकार कर लिया गया है और आगे की व्यवस्था तक उन्हें कार्यवाहक सरकार की ज़िम्मेदारी सौपी गई है."
किरण पोखरेल ने कहा, "संविधान के अनुसार प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए राष्ट्रपति ने पहले उच्चतम स्तर पर परामर्श शुरू कर दिया है."
केपी शर्मा ओली का घर फूंकाकाठमांडू में मंगलवार को कर्फ्यू लगा दिया गया था, फिर भी अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शनों और झड़पों की ख़बरें आई हैं.
प्रदर्शनकारियों के समूहों की ओर से विभिन्न नेताओं और मंत्रियों के घरों में तोड़फोड़ और आगजनी की खबरें आई हैं.
बीबीसी नेपाली सेवा के मुताबिक, मंगलवार दोपहर तक प्रदर्शनकारियों के सिंह दरबार और संसद भवन परिसर में घुसने की खबरें मिली हैं.
सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के भक्तपुर स्थित बालाकोट स्थित घर में आगजनी और तोड़फोड़ के वीडियो पोस्ट किए गए हैं. विभिन्न मीडिया संस्थानों ने भी आगजनी का विस्तृत ब्योरा दिया है.
इसके साथ ही नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के बुधनीलकांठा स्थित आवास पर प्रदर्शनकारियों के तोड़फोड़ करने की खबरें भी आई हैं.
देउबा के करीबी कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री एनपी सऊद ने कुछ समय पहले बीबीसी को बताया कि उन्हें पता है कि देउबा के आवास पर तोड़फोड़ की गई है और वहां स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास किए जा रहे हैं.
संसद को लगाई आग, काठमांडू हवाईअड्डा बंदबीबीसी नेपाली सेवा के मुताबिक, ग़ुस्साए प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को न्यू बानेश्वर स्थित संसद भवन पर हमला कर दिया और आग भी लगा दी. सोमवार को भी यहां तोड़फोड़ की गई थी.
इस बीच नेपाल के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने कहा है कि काठमांडू घाटी के भीतर प्रतिकूल परिस्थितियों और त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के आसपास धुआं उठता देख, हवाईअड्डे को बंद कर दिया गया है.
ये फ़ैसला तत्काल प्रभाव से लागू है.
घरेलू उड़ानें पहले ही स्थगित कर दी गई थीं, लेकिन अब अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी प्रभावित होंगी.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित
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