खरगोन जिले के झिरन्या विकासखंड के पुतला गांव में एक शादी समारोह के दौरान बवंडर ने तबाही मचाई। इस घटना में मांडवी गांव से दूल्हा बिशन अपनी बारात लेकर पुतला गांव पहुंचा था। पारंपरिक रीति-रिवाज के अनुसार गीता नाम की युवती से विवाह के बाद बारातियों को भोजन परोसा गया।
महिलाओं को पहले भोजन कराया गया, उसके बाद पुरुषों की बारी आई। जैसे ही भोजन परोसा जा रहा था, अचानक आसमान से तेज बवंडर आया और खेत में लगे टेंट में अफरा-तफरी मच गई। बवंडर की तीव्रता इतनी थी कि टेंट, कनात, चटाई, बिस्तर और अन्य सामान कई फीट तक उड़ गए। घरवाले और बराती कड़ी धूप में इधर-उधर भागते नजर आए, और सभी बारातियों को बिना भोजन किए दुल्हन को लेकर लौटना पड़ा।
यह ध्यान देने योग्य है कि आदिवासी गांवों में सामुदायिक भवनों की कमी के कारण कई आदिवासी परिवार खेतों में टेंट लगाकर विवाह और अन्य कार्यक्रम आयोजित करते हैं। इसी कारण खेत में लगा टेंट बवंडर में उड़ गया। कुछ दिन पहले कुसुमिबिया गांव में भी बवंडर ने शादी के टेंट को उड़ा दिया था।
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