दही का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है। यह न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, और विटामिन B6 जैसे पोषक तत्व भी होते हैं। हालांकि, दही का सेवन करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।
कई लोग यह सोचते हैं कि दही कब और किस मौसम में खाना चाहिए। आयुर्वेद में इसे 'कल्पतरू' के समान बताया गया है, जो शरीर के रोगों को दूर करता है।
दही का सेवन कब नहीं करना चाहिए
— बासी या खट्टा दही नहीं खाना चाहिए।
— रात के समय दही या छाछ का सेवन नहीं करना चाहिए।
— मांसाहार के साथ दही का सेवन नहीं करना चाहिए।
— कब्ज की स्थिति में दही के बजाय छाछ का उपयोग करें।
— सर्दी, जुकाम, खांसी या कफ होने पर दही से बचें।
— दमा या सांस की समस्याओं में दही का सेवन सावधानी से करें।
— त्वचा रोग की स्थिति में दही का सेवन डॉक्टर से परामर्श के बाद करें।
— शरीर में सूजन होने पर दही का सेवन न करें।
— दही को गर्म करके नहीं खाना चाहिए।
— बसंत ऋतु में दही का सेवन नहीं करना चाहिए।
किस मौसम में दही का सेवन करें
आयुर्वेद विशेषज्ञ वैद्य पदम जैन के अनुसार, बारिश के मौसम में दही का सेवन फायदेमंद होता है, जबकि सर्दियों में इसे खाने से बचना चाहिए। दही ठंडा और भारी होता है, जिससे सर्दियों में मांसपेशियों में रुकावट आ सकती है।
डिनर में दही का सेवन
डॉ. रमाकांत शर्मा के अनुसार, दही का सेवन दोपहर में 2-3 बजे से पहले करना लाभकारी है। रात में दही खाने से फेफड़ों में संक्रमण और जोड़ों में दर्द बढ़ सकता है।
दही के फायदे
सुबह खाली पेट दही खाने से अल्सर, एसिडिटी, और अन्य आंतों के रोगों में राहत मिलती है। एक बार में 250 ग्राम दही का सेवन किया जा सकता है।
दही का सही उपयोग
जो लोग कमजोरी, वजन न बढ़ने, या भूख न लगने की समस्या से जूझ रहे हैं, उन्हें भोजन के बाद मीठा दही खाना चाहिए। दही को दूध या दूध से बनी चीजों के साथ न खाएं, अन्यथा अपच की समस्या हो सकती है।
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