Car Tips: हर कार ओनर को एक बात जरूर पता होनी चाहिए कि कार का इंजन ऑयल कितने किलोमीटर पर बदलवाना चाहिए? अगर आपने इसमें थोड़ी सी भी लापरवाही की, तो इंजन का बुरा हाल हो सकता है और फिर आपको बार-बार मैकेनिक के चक्कर लगाने पड़ सकते हैं.
1. सामान्य नियम क्या कहता है?
आमतौर पर, अधिकांश आधुनिक कारों के लिए इंजन ऑयल बदलने का सामान्य नियम हर 5,000 किलोमीटर से लेकर 10,000 किलोमीटर के बीच होता है. हालांकि, यह कोई फाइनल नंबर नहीं है. यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस तरह का इंजन ऑयल (मिनरल, सेमी-सिंथेटिक या फुल-सिंथेटिक) इस्तेमाल कर रहे हैं और आपकी ड्राइविंग कंडीशन्स कैसी हैं.
फुल-सिंथेटिक ऑयल: यह सबसे आधुनिक और महंगा ऑयल है, जो 10,000 किलोमीटर या उससे अधिक तक भी चल सकता है.
मिनरल ऑयल: यह सबसे बेसिक ऑयल है, जिसे आमतौर पर 5,000 किलोमीटर के आसपास ही बदलवा लेना चाहिए.
2. असली गेम चेंजर कौन है? (गाड़ी की मैन्युअल)
इंजन ऑयल कब बदलना है, इसकी सबसे सटीक और सही जानकारी आपको कार के मालिक की मैन्युअल (Owner’s Manual) में मिलेगी. हर कंपनी (जैसे Maruti, Hyundai, Tata आदि) अपनी कार के इंजन और इस्तेमाल किए गए ऑयल के हिसाब से विशेष अंतराल बताती है.
समय सीमा: अगर आपकी कार कम चलती है, तो भी समय सीमा का ध्यान रखें. भले ही आपकी कार 5,000 किलोमीटर न चली हो, लेकिन अगर 6 महीने या 12 महीने बीत गए हैं, तो ऑयल बदलवा लेना चाहिए. समय के साथ ऑयल की गुणवत्ता (Quality) खराब हो जाती है.
3. लेट करने पर क्या होता है?
अगर आप इंजन ऑयल बदलने में देरी करते हैं, तो यह आपके इंजन के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है:
घर्षण (Friction) में वृद्धि: पुराना ऑयल गाढ़ा और गंदा हो जाता है, जिससे इंजन के पुर्जों के बीच घर्षण (टक्कर) बढ़ जाता है. इससे इंजन जल्दी गर्म होता है और उसकी लाइफ कम हो जाती है.
पावर लॉस और कम माइलेज: गंदा ऑयल इंजन को सुचारू रूप से (Smoothly) काम करने से रोकता है. इससे कार की पिकअप और पावर घट जाती है, और माइलेज भी कम हो जाता है.
इंजन सीज़ होने का खतरा: सबसे बुरा तब होता है जब ऑयल पूरी तरह से अपनी चिकनाई खो देता है. इससे इंजन के पुर्जे जाम होकर आपस में रगड़ खाते हैं, और आपका पूरा इंजन सीज़ (Seize) हो सकता है. इसका मतलब है हजारों का खर्च और मैकेनिक के अनगिनत चक्कर.
फाइनल टिप: ओनर की मैन्युअल में दिए गए निर्देशों का पालन करें. अगर आपकी ड्राइविंग बहुत ज्यादा ट्रैफिक या धूल भरी सड़कों पर होती है, तो कंपनी के बताए गए समय से थोड़ा पहले ही ऑयल बदलवाना हमेशा सुरक्षित होता है.
You may also like
UPSC इंटरव्यू में फ़ेल होने के बावजूद ऐसे मिल सकती है सरकारी नौकरी
ILT20 2025-26: वानिंदु हसरंगा की जगह डेजर्ट वाइपर्स में शामिल हुए अफगानी स्पिनर नूर अहमद
Wine Making Process- शराब की एक बोतल बनाने में कितने अंगूरों का होता प्रयोग, जानिए पूरी डिटेल्स
अपने स्तन के दूध को बेचकर परिवार का` सहारा बनी यह महिला बोली- इससे चलता है मेरे परिवार का खर्च
Pregnancy Tips- स्वस्थ स्वास्थ्य के लिए फर्स्ट प्रेग्नेंसी के बाद दूसरा बच्चे के लिए कितना गैप होना चाहिए, आइए जानें