काबुल, 21 सितंबर . अफगान अधिकारियों ने बगराम एयरबेस पर फिर से कब्जा करने की अमेरिकी धमकियों को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने जोर दिया है कि विदेशी सैन्य उपस्थिति को फिर से स्थापित करने के किसी भी प्रयास का डटकर विरोध किया जाएगा.
जनरल डायरेक्टरेट ऑफ इंटेलिजेंस के पहले डिप्टी मुल्ला ताजमीर जवाद ने अमेरिका के रणनीतिक हवाई क्षेत्र पर फिर से कब्जा करने के ऐलान पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि अफगान Government मौजूदा व्यवस्था को बनाए रखेगी.
अफगान रक्षा मंत्री मोहम्मद याकूब मुजाहिद ने मीडिया से कहा, “हमारा जवाब है, अगर आप नहीं जाते और हवाई अड्डे चाहते हैं तो हम आपसे अगले 20 साल तक लड़ने के लिए तैयार हैं.”
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अफगान विदेश मंत्रालय के Political निदेशक जाकिर जलाली ने अमेरिका की वापसी की धारणा को खारिज करते हुए कहा कि अफगानों ने ‘अपने क्षेत्र में विदेशी सैनिकों को कभी स्वीकार नहीं किया है.’
उन्होंने यह भी कहा कि वाशिंगटन के साथ किसी भी बातचीत में बगराम एयरबेस को शामिल नहीं किया जाना चाहिए.
यह मामला ऐसे समय सामने आया है, जब President डोनाल्ड ट्रंप ने Saturday (अमेरिकी समयानुसार) को अफगानिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए बगराम एयरबेस अमेरिका को फिर सौंपने की बात कही.
ट्रंप ने अपने social media प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट किया, “अगर अफगानिस्तान बगराम एयरबेस को उसके निर्माणकर्ताओं यानी संयुक्त राज्य अमेरिका को वापस नहीं करता है तो बुरी घटनाएं घटेंगी.”
ट्रंप ने पहले दोहराया था कि वाशिंगटन इस एयरबेस पर नियंत्रण पाने के लिए प्रयास कर रहा है. यह एयरबेस 11 सितंबर 2001 के हमलों के बाद अमेरिकी सेना के लिए एक प्रमुख संचालन केंद्र था.
अमेरिकी President ने Friday को पत्रकारों को संबोधित करते हुए पुष्टि की थी कि इस मामले पर अफगानिस्तान के साथ बातचीत चल रही है.
2021 में अमेरिकी सेना की वापसी के बाद अफगानिस्तान में सबसे बड़ा अमेरिकी सैन्य अड्डा रहे बगराम एयरबेस पर तालिबान ने कब्जा कर लिया था.
वहीं, अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप ने लंदन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा था कि हम बगराम एयरबेस को फिर से अपने कब्जे में लेना चाहते हैं.
यहां तक कि ट्रंप ने अगस्त 2021 में अमेरिकी सेना की अफगानिस्तान से वापसी के मुद्दे पर पूर्व President जो बाइडेन की नीति की आलोचना भी की थी.
काबुल से 50 किलोमीटर उत्तर में स्थित बगराम एयरबेस ने अमेरिकी नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन बलों की 20 साल की सैन्य उपस्थिति के दौरान अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों के मुख्य सैन्य अड्डे के रूप में कार्य किया था.
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एबीएम/वीसी
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