उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के थाना जारचा क्षेत्र स्थित सैथली गांव में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक स्थानीय पंचायत के बीच अचानक गोलियों की तड़तड़ाहट गूंज उठी। नाली के पानी को लेकर शुरू हुआ मामूली विवाद कुछ ही क्षणों में खूनी संघर्ष में बदल गया, जिसमें दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
वारदात से गांव में तनाव फैल गया और मृतकों के परिजनों ने आक्रोश में सड़क जाम कर दी। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, आज (सोमवार) ग्राम सैथली निवासी अनुप भाटी पुत्र बलवीर ने थाने में शिकायत देकर बताया कि उनके परिवार और गांव के ही कुछ अन्य लोगों के बीच नाली से पानी निकालने को लेकर पुराना विवाद चल रहा था।
मामले को सुलझाने के लिए दोनों पक्षों की पंचायत बुलाई गई थी। पंचायत के दौरान ही कहासुनी बढ़ने लगी और देखते ही देखते आरोपियों प्रिन्स भाटी पुत्र बृजपाल, बोबी तोंगड निवासी आनन्दपुर और मनोज नागर ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग में अनुप भाटी के भतीजे दिपांशु भाटी (21) और भाई अजयपाल भाटी (55) को गोलियां लगीं, जिनकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं, तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तत्काल पुलिस की मदद से नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना की सूचना मिलते ही थाना जारचा पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। पुलिस के अनुसार वर्तमान में गांव में शांति व्यवस्था कायम है। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और पंचायतनामा भरने की कार्रवाई की जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने चार टीमों का गठन किया है और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है।
स्थिति को देखते हुए गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके। फिलहाल पूरा गांव शोक और तनाव के माहौल में है, जबकि पुलिस दावा कर रही है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक कार्रवाई की जाएगी।
You may also like
दीपावली को लेकर शहर में उत्साह और उमंग का माहौल
ज़ुबीन गर्ग की मौत की जांच के लिए असम पुलिस टीम सिंगापुर पहुंची
वीरेंद्र सचदेवा ने दी दीपावली की शुभकामनाएं, कहा- प्रधानमंत्री का संदेश आत्मनिर्भर भारत का संकल्प दोहराता है
दीपावली पर राज्यपाल ने नारंगी मिलिट्री स्टेशन में सैनिकों संग मनाई खुशियां
बुजुर्ग की अंतिम विदाई: चिता पर जलने के बाद जिंदा हुआ व्यक्ति