त्वचा पर दिखने वाले सफेद दाग अक्सर चिंता का विषय बन जाते हैं। लोग इसे कभी संक्रामक रोग, कभी आदतों की वजह, तो कभी गंभीर बीमारी मान लेते हैं। लेकिन क्या वाकई सफेद दाग किसी खतरनाक बीमारी का संकेत हैं? या फिर यह सिर्फ एक स्किन कंडीशन है जिसे सही समय पर पहचानकर नियंत्रित किया जा सकता है?
विशेषज्ञों की मानें तो सफेद दाग (White Patches) कई कारणों से हो सकते हैं। इनका इलाज संभव है, लेकिन इसके लिए पहले सही जानकारी और समय पर निदान ज़रूरी है।
क्या है सफेद दाग?
सफेद दाग को चिकित्सकीय भाषा में विटिलिगो (Vitiligo) या कभी-कभी ल्यूकोडर्मा (Leukoderma) कहा जाता है। यह एक त्वचा संबंधी विकार है जिसमें स्किन के कुछ हिस्सों में मेलनिन (Melanin) नामक रंजक (पिगमेंट) की कमी हो जाती है। नतीजतन, उस हिस्से की त्वचा सफेद या हल्की दिखने लगती है।
सफेद दाग के मुख्य कारण
1. ऑटोइम्यून डिसऑर्डर
विटिलिगो का सबसे आम कारण है ऑटोइम्यून स्थिति, जिसमें शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली गलती से अपनी ही मेलेनिन कोशिकाओं पर हमला करने लगती है।
2. वांशिकता (Genetic Factors)
अगर परिवार में किसी को विटिलिगो है, तो अगली पीढ़ी में इसके होने की संभावना अधिक होती है।
3. त्वचा पर चोट या जलन
कभी-कभी जलने, कटने या किसी केमिकल से रिएक्शन के बाद त्वचा पर सफेद दाग पड़ सकते हैं।
4. धूप से संवेदनशीलता
जिनकी स्किन सूरज की रोशनी में अधिक रिएक्ट करती है, उनमें भी पिगमेंटेशन असंतुलित हो सकता है।
5. नसों या हार्मोनल असंतुलन
कुछ न्यूरोलॉजिकल या एंडोक्राइन (हार्मोन) संबंधी समस्याएं भी मेलेनिन बनने की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती हैं।
क्या सफेद दाग कोई बीमारी है?
विशेषज्ञ मानते हैं कि सफेद दाग संक्रामक नहीं होते और यह किसी अन्य व्यक्ति को छूने से नहीं फैलते।
त्वचा रोग विशेषज्ञ कहती हैं:
“विटिलिगो एक स्किन कंडीशन है, न कि गंभीर बीमारी। इसका उपचार संभव है। लोगों को इसको लेकर डरने या शर्मिंदा होने की ज़रूरत नहीं है।”
क्या इसका इलाज संभव है?
हां, सफेद दाग का इलाज संभव है, बशर्ते इसका सही समय पर निदान हो जाए। इलाज के प्रमुख विकल्प:
UV किरणों की मदद से मेलनिन उत्पादन को बढ़ावा देना।
मेडिकेशन और क्रीम्स: टॉपिकल स्टेरॉइड्स या इम्यूनोमॉड्यूलेटरी दवाएं।
सर्जरी: स्किन ग्राफ्टिंग या मेलानो ट्रांसप्लांट।
डायट और विटामिन: विटामिन B12, फोलिक एसिड और आयरन से भरपूर भोजन सहायक हो सकता है।
मिथक बनाम सच्चाई
मिथक सच्चाई
सफेद दाग छूने से फैलते हैं नहीं, यह संक्रामक नहीं है
यह सिर्फ गंदगी या खानपान से होता है यह एक आटोइम्यून या जेनेटिक कारण है
इसका इलाज नहीं है सही समय पर इलाज से नियंत्रण संभव है
मानसिक प्रभाव और समाज की भूमिका
विटिलिगो का शारीरिक असर जितना होता है, मानसिक प्रभाव उससे कहीं अधिक हो सकता है। कई लोग आत्मविश्वास खो देते हैं, बच्चों में हीन भावना आ सकती है। समाज में इसे लेकर जागरूकता और संवेदनशीलता बेहद जरूरी है।
विशेषज्ञों की सलाह
सफेद दाग दिखने पर डरें नहीं, तुरंत त्वचा विशेषज्ञ से संपर्क करें।
घरेलू उपायों के बजाय वैज्ञानिक उपचार को अपनाएं।
सामाजिक भेदभाव से बचें और जागरूकता फैलाएं।
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