नोएडा: स्नैचिंग करने वाले पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान नोएडा निवासी चांद मोहम्मद (21), काशगंज निवासी दीपांशु (15), बलिया निवासी कुनाल कुमार (20), बुलंदशहर निवासी कुनाल यादव (21) और नोएडा निवासी ललित कुमार (21) के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से चोरी के 11 मोबाइल, एक स्कूटी और एक बाइक बरामद की है।
एसीपी ट्विकल जैन ने बताया कि ये गिरोह भीड़-भाड़ और सुनसान इलाकों की पहले रेकी करता था। इसके बाद चोरी की बाइक या स्कूटी पर सवार होकर राहगीरों से मोबाइल छीनने की वारदात को अंजाम देता था। छीने गए मोबाइल ये लोग मजबूरी का हवाला देकर राह चलते लोगों को बेच देते थे। आरोपी नोएडा में नौकरी के लिए आए थे, लेकिन नशे की लत के कारण चोरी और स्नैचिंग की घटनाओं को अंजाम देने लगे। पुलिस को मोबाइल स्नैचिंग की लगातार शिकायतें मिल रही थीं।
पहले भी कई केस दर्जलोकल इंटेलिजेंस और गोपनीय सूचना के आधार पर पुलिस ने जलवायु विहार के पीछे खाली मैदान में छापा मारकर इन आरोपियों को धर दबोचा। पूछताछ में आरोपियों ने स्नैचिंग और लूट की वारदातें कबूल की। पुलिस इनके अन्य साथियों और अपराधों की जानकारी जुटा रही है। पांचों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस ने बताया कि यह पांचों कंपनी और बाजारों में रेकी कर बाइक और स्कूटी भी चोरी करते थे। इन पर चोरी के 14 केस दर्ज हैं, जिसमें चांद मोहम्मद पर पांच केस, दीपांशु पर तीन केस, कुनाल पर चार केस, कुनाल यादव पर एक और ललित कुमार पर एक केस दर्ज है।
गार्ड-डिलीवरी बॉय का करते है कामपुलिस ने बताया कि चांद मोहम्मद एक अस्पताल की पार्किंग में गार्ड की नौकरी करता था। वहीं से वह वाहनों की रेकी कर अन्य सदस्यों को जानकारी देता था। दीपांशु डिलीवरी बॉय की नौकरी करता था। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि काम से उतने रुपये नहीं कमा पाते हैं। इससे उन्होंने गैंग बनाकर चोरी और स्नैचिंग करने शुरू की। पांचों आरोपी नशे के आदी हैं।
एसीपी ट्विकल जैन ने बताया कि ये गिरोह भीड़-भाड़ और सुनसान इलाकों की पहले रेकी करता था। इसके बाद चोरी की बाइक या स्कूटी पर सवार होकर राहगीरों से मोबाइल छीनने की वारदात को अंजाम देता था। छीने गए मोबाइल ये लोग मजबूरी का हवाला देकर राह चलते लोगों को बेच देते थे। आरोपी नोएडा में नौकरी के लिए आए थे, लेकिन नशे की लत के कारण चोरी और स्नैचिंग की घटनाओं को अंजाम देने लगे। पुलिस को मोबाइल स्नैचिंग की लगातार शिकायतें मिल रही थीं।
पहले भी कई केस दर्जलोकल इंटेलिजेंस और गोपनीय सूचना के आधार पर पुलिस ने जलवायु विहार के पीछे खाली मैदान में छापा मारकर इन आरोपियों को धर दबोचा। पूछताछ में आरोपियों ने स्नैचिंग और लूट की वारदातें कबूल की। पुलिस इनके अन्य साथियों और अपराधों की जानकारी जुटा रही है। पांचों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस ने बताया कि यह पांचों कंपनी और बाजारों में रेकी कर बाइक और स्कूटी भी चोरी करते थे। इन पर चोरी के 14 केस दर्ज हैं, जिसमें चांद मोहम्मद पर पांच केस, दीपांशु पर तीन केस, कुनाल पर चार केस, कुनाल यादव पर एक और ललित कुमार पर एक केस दर्ज है।
गार्ड-डिलीवरी बॉय का करते है कामपुलिस ने बताया कि चांद मोहम्मद एक अस्पताल की पार्किंग में गार्ड की नौकरी करता था। वहीं से वह वाहनों की रेकी कर अन्य सदस्यों को जानकारी देता था। दीपांशु डिलीवरी बॉय की नौकरी करता था। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि काम से उतने रुपये नहीं कमा पाते हैं। इससे उन्होंने गैंग बनाकर चोरी और स्नैचिंग करने शुरू की। पांचों आरोपी नशे के आदी हैं।
You may also like
रानी झांसी रेजिमेंट: वो महिला फौज जिसने साबित किया आजादी की लड़ाई में नारी भी योद्धा है
कांग्रेस के जादूगर भी बिहार में हो गए फेल, अशोक गहलोत ने माना- होकर रहेगी RJD से फ्रेंडली फाइट
बड़े पर्दे पर छाए आयुष्मान खुराना, 'थामा' से पहले दिन छापे इतने करोड़
कादर खान ने अचानक क्यों छोड़ दी फिल्म इंडस्ट्री, क्यों देश छोड़ चले गए थे विदेश? बेरुखी से छलनी हुआ था दिल
जोहो, एप्पल और एनवीडिया में काम करने वाले एक तिहाई से अधिक भारतीय कर्मचारी देश के टियर 3 कॉलेजों से हैं ग्रेजुएट : रिपोर्ट