ऐपल अपने आईफोन को कई एडवांस फीचर्स के साथ लेकर आता है। अब कंपनी आईफोन में ऐसे फीचर्स लाने पर काम कर रही है, जिनकी मदद से बिना नेटवर्क भी मैसेज और मैप का इस्तेमाल किया जा सकेगा। ऐपल आईफोन में नए सैटेलाइट फीचर्स लाने की तैयारी कर रहा है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी आईफोन में सैटेलाइट कनेक्टिविटी को मैप्स (Maps) और मैसेज (Messages) जैसी सुविधाओं में जोड़ने की योजना बना रही है। इसका मतलब है कि यूजर उन जगहों पर भी मैप का इस्तेमाल करके रास्ता ढूंढ सकेंगे या मैसेज भेज सकेंगे, जहां मोबाइल का सिग्नल नहीं आता। पूरी डिटेल के लिए नीचे पढ़ें।
बिना नेटवर्क कर पाएंगे मैप्स का इस्तेमाल ऐपल अपने यूजर्स के लिए आईफोन को और भी उपयोगी बनाने में लगा हुआ है। आईफोन में पहले से ही 'इमरजेंसी एसओएस वाया सैटेलाइट' की सुविधा मिलती है। यह सुविधा आईफोन 14 से मिलना शुरू हो गई थी। इसके जरिए यूजर बिना सेलुलर सर्विस के भी बचाव टीमों से संपर्क कर सकते हैं। इसके बाद कंपनी ने कम नेटवर्क वाले इलाकों में फंसे ड्राइवरों के लिए रोडसाइड असिस्टेंस की सुविधा भी जोड़ी। अब ऐपल बिना नेटवर्क के भी मैप्स और मैसेज जैसे जरूरी चीजों को एक्सेस देगा।
इसके लिए कंपनी का इंटरनल सैटेलाइट कनेक्टिविटी ग्रुप नई तकनीक विकसित कर रहा है। यह तकनीक आईफोन को सीधे सैटेलाइट से जोड़ेगी। यह टीम ग्लोबलस्टार के साथ मिलकर काम कर रही है, जो सैटेलाइट ऑपरेटर ऐपल की मौजूदा एसओएस (SOS) सुविधाओं को पावर देता है। कंपनी भविष्य की सुविधाओं को सपोर्ट करने के लिए ग्लोबलस्टार के नेटवर्क को अपग्रेड करने के लिए भी फंड दे रही है।
जेब में रखा हुआ फोन भी करेगा कामअभी सैटेलाइट कनेक्शन बनाने के लिए यूजर को अपने आईफोन को आसमान की ओर दिखाना पड़ता है। आने वाले सिस्टम में इसे खत्म करने का उद्देश्य है। इससे आईफोन पॉकेट, कार या बैग में रखे होने पर भी कनेक्टेड रह सकेंगे। इसके अलावा, कंपनी ऐप डेवलपर्स के लिए एक फ्रेमवर्क भी बना रही है। इससे थर्ड-पार्टी ऐप्स सैटेलाइट कनेक्शन का उपयोग कर सकेंगे। इसका मतलब है कि यात्रा, स्वास्थ्य या सुरक्षा से संबंधित ऐप्स बिना इंटरनेट कनेक्शन के भी काम कर सकेंगे।
बिना नेटवर्क कर पाएंगे मैप्स का इस्तेमाल ऐपल अपने यूजर्स के लिए आईफोन को और भी उपयोगी बनाने में लगा हुआ है। आईफोन में पहले से ही 'इमरजेंसी एसओएस वाया सैटेलाइट' की सुविधा मिलती है। यह सुविधा आईफोन 14 से मिलना शुरू हो गई थी। इसके जरिए यूजर बिना सेलुलर सर्विस के भी बचाव टीमों से संपर्क कर सकते हैं। इसके बाद कंपनी ने कम नेटवर्क वाले इलाकों में फंसे ड्राइवरों के लिए रोडसाइड असिस्टेंस की सुविधा भी जोड़ी। अब ऐपल बिना नेटवर्क के भी मैप्स और मैसेज जैसे जरूरी चीजों को एक्सेस देगा।
इसके लिए कंपनी का इंटरनल सैटेलाइट कनेक्टिविटी ग्रुप नई तकनीक विकसित कर रहा है। यह तकनीक आईफोन को सीधे सैटेलाइट से जोड़ेगी। यह टीम ग्लोबलस्टार के साथ मिलकर काम कर रही है, जो सैटेलाइट ऑपरेटर ऐपल की मौजूदा एसओएस (SOS) सुविधाओं को पावर देता है। कंपनी भविष्य की सुविधाओं को सपोर्ट करने के लिए ग्लोबलस्टार के नेटवर्क को अपग्रेड करने के लिए भी फंड दे रही है।
जेब में रखा हुआ फोन भी करेगा कामअभी सैटेलाइट कनेक्शन बनाने के लिए यूजर को अपने आईफोन को आसमान की ओर दिखाना पड़ता है। आने वाले सिस्टम में इसे खत्म करने का उद्देश्य है। इससे आईफोन पॉकेट, कार या बैग में रखे होने पर भी कनेक्टेड रह सकेंगे। इसके अलावा, कंपनी ऐप डेवलपर्स के लिए एक फ्रेमवर्क भी बना रही है। इससे थर्ड-पार्टी ऐप्स सैटेलाइट कनेक्शन का उपयोग कर सकेंगे। इसका मतलब है कि यात्रा, स्वास्थ्य या सुरक्षा से संबंधित ऐप्स बिना इंटरनेट कनेक्शन के भी काम कर सकेंगे।
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