फिल्म प्रोड्यूसर अमित जानी को 'उदयपुर फाइल्स' की वजह से बम से उड़ाने की धमकियां मिली थीं और अब कुछ ऐसा ही बवाल 'संभल फाइल्स' को लेकर मचा हुआ है। हालांकि, इन धमकियों के बावजूद प्रड्यूसर ने साफ कहा है कि 'संभल फाइल्स' मूवी की शूटिंग संभल और बरेली-मुरादाबाद इलाकों में ही की जाएगी। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि यूपी की पुलिस ऐसे धमकीबाजों को जहन्नुम में पहुंचाने का काम करेगी और उन्हें जन्नत नहीं मिलेगी।
हाल ही में रिलीज हुई ' द ताज स्टोरी' और उसके बाद उठी बहस के बीच फिल्मकार अमित जानी ने ऐलान किया है कि उनकी नई आने वाली मूवी 'संभल फाइल्स' बन रही है। अमित जानी ने कहा कोर्ट रूम ड्रामा और तथ्यों की दोनों ओर से हुई बहस ने समाज में चल रही चर्चाओं को तेज किया है कि ऐसी कहानियां फिल्म का विषय बनना चाहिए ताकि दबी-छुपी जानकारी आम लोगों तक पहुंच सके।
जानकारी बहुत सी दबी हुई आम लोगों तक पहुंचती हैं
फिल्म निर्माता अमित जानी ने मीडिया से बातचीत में कहा मूवी से डिसाइड कुछ नहीं होता लेकिन जानकारी बहुत सी दबी हुई आम लोगों तक पहुंचती हैं। ताजमहल और तेजोमहालय की चर्चा नई नहीं है। पहले से चल रही है। मुझे लगता है कि इस पर और अधिक चर्चा होनी चाहिए।
धमकियों के बावजूद उन्होंने फिल्म बनाना जारी रखा
फिल्म के ऐलान के बाद अमित जानी और उनकी टीम को धमकियां मिलीं। अमित जानी स्वीकार करते हैं कि उन्हें लगभग 6 से 7 बार धमकियां दी गई और याद दिलाया कि 'उदयपुर फाइल्स' के दौरान उन्हें धमकियां झेलनी पड़ी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि धमकियों के बावजूद उन्होंने फिल्म बनाना जारी रखा और उन्हें कोई रोक नहीं पाया।
खराब लोग सच्चाई दिखाने से मनाई करते हैं
अमित जानी बोले कि जब भी आप इतिहास के पन्नों को खोलेंगे, कुछ लोग जो दंगे को जस्टिफाई मानते हैं। वो इसका विरोध करेंगे। जो अच्छे लोग हैं वह सच्चाई की पहल करेंगे चूंकि सच्चाई सामने आनी चाहिए। लेकिन खराब लोग सच्चाई दिखाने से मनाई करते हैं। तो झूठ बोलना पाप है तो हमारा काम सच्चाई दिखाना है।
उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ से कार्रवाई की उम्मीद
उन्होंने आरोप लगाया कि इन धमकियां में कश्मीर के कुछ लोगों का हाथ है और एक नाम ( मोहम्मद शब्बीर) बताया गया। साथ ही उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ से कार्रवाई की उम्मीद जताई है।
अगर कोई धमकी देगा तो यूपी पुलिस उसे खींचकर लाएगी
अमित जानी ने भरोसा जताया कि जिन्होंने धमकी दी हैं उनके खिलाफ जल्द कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि मैं ये कहना चाहता हूं कि नौजवान अपने नेताओं के भड़कावे में आकर धमकियां न दें। कानून का पालन करें। यूपी में अगर कोई धमकी देगा तो यूपी पुलिस उसे खींचकर लाएगी और चाहे वो कश्मीर में हो चाहे बंगाल में, जहन्नुम में पहुंचाने का काम करेगी और उन्हें जन्नत नहीं मिल सकेगी।
लगभग 80 प्रतिशत शूटिंग संभल और बाकी मुरादाबाद में
निर्माता अमित जानी ने बताया कि 'संभल फाइल्स' की फिल्मांकन की तैयारियां काफी आगे बढ़ चुकी हैं। कास्टिंग पूरी हो चुकी है। अब सिर्फ शूटिंग शेड्यूल तय करना बाकी है। उन्होंने कहा कि लगभग 80 प्रतिशत शूटिंग संभल और बाकी मुरादाबाद और बरेली मंडल क्षेत्रों में की जाएगी। फिल्म का उद्देश्य 1973,1976 और 1978 में संभल में हुई घटनाओं और उन घटनाओं के सामाजिक-राजनीतिक पहलुओं को उजागर करना है। जिनमें कथित तौर पर सत्ता से जुड़े लोगों के अपराध और उनकी जांच-प्रक्रियाओं के मामले शामिल है।
इतिहास की छुपी सच्चाइयों को सामने लाया जाएगा
अमित जानी ने ' उदयपुर फाइल्स' के अनुभव का जिक्र करते हुए कहा कि धमकियां के बाबजूद फिल्म रिलीज हुई और धमकीबाजों पर मुकदमे व पाबंदी लगी। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि जो लोग धमकी देकर मूवी रोकने की कोशिश कर रहे हैं वह अपना भविष्य बर्बाद कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि 'संभल फाइल्स' एक मूवी नहीं बल्कि एक समाज के दर्पण की तरह होगी जिसका मकसद इतिहास की छुपी सच्चाइयों को सामने लाया जाएगा। धमकियां के बावजूद फिल्म निर्माण जारी है और उन्हें पुलिस और कानून पर पूरा भरोसा है।
सपा सांसद जिया उर रहमान वर्क को कहा संपोला
इधर फिल्म प्रड्यूसर अमित जानी ने समाजवादी पार्टी के संभल सासंद जिया उर रहमान वर्क को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने ने सपा सांसद जिया उर रहमान वर्क के बंदे मातरम विरोधी बयान पर कड़ा एतराज जताया है। अमित ने सपा सांसद जिया उर रहमान वर्क के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें संपोला करार दिया। उन्होंने कहा कि शफीकुर्र रहमान वर्क ने भी वंदे मातरम का विरोध किया था। हमें आश्चर्य नहीं क्योंकि शफीकुर्रहमान बर्क जैसे सांप के संपोला ही पैदा हो सकता है। लेकिन सपा को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या समाजवादी में सासंद-विधायक होने के लिए देश विरोधी बयान देना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि शर्म तो संभल के उन हिंदुओं को आनी चाहिए जो सेक्युलर बने रहने के चक्कर में ऐसे सांपों को दूध पिलाकर ताकत देते है।
हाल ही में रिलीज हुई ' द ताज स्टोरी' और उसके बाद उठी बहस के बीच फिल्मकार अमित जानी ने ऐलान किया है कि उनकी नई आने वाली मूवी 'संभल फाइल्स' बन रही है। अमित जानी ने कहा कोर्ट रूम ड्रामा और तथ्यों की दोनों ओर से हुई बहस ने समाज में चल रही चर्चाओं को तेज किया है कि ऐसी कहानियां फिल्म का विषय बनना चाहिए ताकि दबी-छुपी जानकारी आम लोगों तक पहुंच सके।
जानकारी बहुत सी दबी हुई आम लोगों तक पहुंचती हैं
फिल्म निर्माता अमित जानी ने मीडिया से बातचीत में कहा मूवी से डिसाइड कुछ नहीं होता लेकिन जानकारी बहुत सी दबी हुई आम लोगों तक पहुंचती हैं। ताजमहल और तेजोमहालय की चर्चा नई नहीं है। पहले से चल रही है। मुझे लगता है कि इस पर और अधिक चर्चा होनी चाहिए।
धमकियों के बावजूद उन्होंने फिल्म बनाना जारी रखा
फिल्म के ऐलान के बाद अमित जानी और उनकी टीम को धमकियां मिलीं। अमित जानी स्वीकार करते हैं कि उन्हें लगभग 6 से 7 बार धमकियां दी गई और याद दिलाया कि 'उदयपुर फाइल्स' के दौरान उन्हें धमकियां झेलनी पड़ी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि धमकियों के बावजूद उन्होंने फिल्म बनाना जारी रखा और उन्हें कोई रोक नहीं पाया।
खराब लोग सच्चाई दिखाने से मनाई करते हैं
अमित जानी बोले कि जब भी आप इतिहास के पन्नों को खोलेंगे, कुछ लोग जो दंगे को जस्टिफाई मानते हैं। वो इसका विरोध करेंगे। जो अच्छे लोग हैं वह सच्चाई की पहल करेंगे चूंकि सच्चाई सामने आनी चाहिए। लेकिन खराब लोग सच्चाई दिखाने से मनाई करते हैं। तो झूठ बोलना पाप है तो हमारा काम सच्चाई दिखाना है।
उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ से कार्रवाई की उम्मीद
उन्होंने आरोप लगाया कि इन धमकियां में कश्मीर के कुछ लोगों का हाथ है और एक नाम ( मोहम्मद शब्बीर) बताया गया। साथ ही उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ से कार्रवाई की उम्मीद जताई है।
अगर कोई धमकी देगा तो यूपी पुलिस उसे खींचकर लाएगी
अमित जानी ने भरोसा जताया कि जिन्होंने धमकी दी हैं उनके खिलाफ जल्द कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि मैं ये कहना चाहता हूं कि नौजवान अपने नेताओं के भड़कावे में आकर धमकियां न दें। कानून का पालन करें। यूपी में अगर कोई धमकी देगा तो यूपी पुलिस उसे खींचकर लाएगी और चाहे वो कश्मीर में हो चाहे बंगाल में, जहन्नुम में पहुंचाने का काम करेगी और उन्हें जन्नत नहीं मिल सकेगी।
लगभग 80 प्रतिशत शूटिंग संभल और बाकी मुरादाबाद में
निर्माता अमित जानी ने बताया कि 'संभल फाइल्स' की फिल्मांकन की तैयारियां काफी आगे बढ़ चुकी हैं। कास्टिंग पूरी हो चुकी है। अब सिर्फ शूटिंग शेड्यूल तय करना बाकी है। उन्होंने कहा कि लगभग 80 प्रतिशत शूटिंग संभल और बाकी मुरादाबाद और बरेली मंडल क्षेत्रों में की जाएगी। फिल्म का उद्देश्य 1973,1976 और 1978 में संभल में हुई घटनाओं और उन घटनाओं के सामाजिक-राजनीतिक पहलुओं को उजागर करना है। जिनमें कथित तौर पर सत्ता से जुड़े लोगों के अपराध और उनकी जांच-प्रक्रियाओं के मामले शामिल है।
इतिहास की छुपी सच्चाइयों को सामने लाया जाएगा
अमित जानी ने ' उदयपुर फाइल्स' के अनुभव का जिक्र करते हुए कहा कि धमकियां के बाबजूद फिल्म रिलीज हुई और धमकीबाजों पर मुकदमे व पाबंदी लगी। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि जो लोग धमकी देकर मूवी रोकने की कोशिश कर रहे हैं वह अपना भविष्य बर्बाद कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि 'संभल फाइल्स' एक मूवी नहीं बल्कि एक समाज के दर्पण की तरह होगी जिसका मकसद इतिहास की छुपी सच्चाइयों को सामने लाया जाएगा। धमकियां के बावजूद फिल्म निर्माण जारी है और उन्हें पुलिस और कानून पर पूरा भरोसा है।
सपा सांसद जिया उर रहमान वर्क को कहा संपोला
इधर फिल्म प्रड्यूसर अमित जानी ने समाजवादी पार्टी के संभल सासंद जिया उर रहमान वर्क को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने ने सपा सांसद जिया उर रहमान वर्क के बंदे मातरम विरोधी बयान पर कड़ा एतराज जताया है। अमित ने सपा सांसद जिया उर रहमान वर्क के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें संपोला करार दिया। उन्होंने कहा कि शफीकुर्र रहमान वर्क ने भी वंदे मातरम का विरोध किया था। हमें आश्चर्य नहीं क्योंकि शफीकुर्रहमान बर्क जैसे सांप के संपोला ही पैदा हो सकता है। लेकिन सपा को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या समाजवादी में सासंद-विधायक होने के लिए देश विरोधी बयान देना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि शर्म तो संभल के उन हिंदुओं को आनी चाहिए जो सेक्युलर बने रहने के चक्कर में ऐसे सांपों को दूध पिलाकर ताकत देते है।
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