नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट से ग्रीन पटाखों की मंजूरी के बाद दिवाली पर दिल्ली-NCR में काफी आतिशबाजी हुई। इस दौरान नियमों की धज्जियां भी खूब उड़ीं। सोमवार रात 10 बजे तक की समयसीमा खत्म होने के बाद भी पटाखे फूटते रहे। इसका असर दिल्ली की एयर क्वॉलिटी पर भी पड़ा।
चार की तुलना में सबसे ज्यादा प्रदूषण
सोमवार रात से ही प्रदूषण बढ़ने लगा। रात 11 से 1 के बीच प्रदूषण सबसे अधिक रहा। प्रदूषक तत्व PM 2.5 का स्तर कुछ जगहों पर मानक से 30 गुणा अधिक पहुंचा। CPCB ने बताया कि दिवाली पर प्रदूषण चार साल में सबसे ज्यादा रहा। हालांकि, दिवाली के अगले दिन की तुलना में इस साल प्रदूषण कम ही बढ़ा।
ये है प्रदूषण का मुख्य कारण
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिरसा ने आंकड़े गिनाते हुए कहा कि बीते वर्षों की तुलना में हालात बेहतर रहे हैं। यह साबित करता है कि पटाखे प्रदूषण का प्रमुख कारण नहीं है। स्मॉग के लिए पंजाब में पराली जलने को प्रमुख कारण बताया। AAP के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभभारद्वाज ने दावा किया कि कुछ मॉनिटरिंग स्टेशनों से रात में डेटा जारी ही नहीं किया गया।
पटाखों पर मढ़ रहे सारा दोष
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि AAP नेता वोट के लिए दिवाली और पटाखों पर दोष मढ़ रहे हैं। भारत में हुई G20 समिट के शेरपा और नीति आयोग के पूर्व CEO अमिताभ कांत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की समझदारी ने पटाखे जलाने के अधिकार को जीने और सांस लेने के हक पर प्राथमिकता दी है।
चार की तुलना में सबसे ज्यादा प्रदूषण
सोमवार रात से ही प्रदूषण बढ़ने लगा। रात 11 से 1 के बीच प्रदूषण सबसे अधिक रहा। प्रदूषक तत्व PM 2.5 का स्तर कुछ जगहों पर मानक से 30 गुणा अधिक पहुंचा। CPCB ने बताया कि दिवाली पर प्रदूषण चार साल में सबसे ज्यादा रहा। हालांकि, दिवाली के अगले दिन की तुलना में इस साल प्रदूषण कम ही बढ़ा।
ये है प्रदूषण का मुख्य कारण
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिरसा ने आंकड़े गिनाते हुए कहा कि बीते वर्षों की तुलना में हालात बेहतर रहे हैं। यह साबित करता है कि पटाखे प्रदूषण का प्रमुख कारण नहीं है। स्मॉग के लिए पंजाब में पराली जलने को प्रमुख कारण बताया। AAP के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभभारद्वाज ने दावा किया कि कुछ मॉनिटरिंग स्टेशनों से रात में डेटा जारी ही नहीं किया गया।
पटाखों पर मढ़ रहे सारा दोष
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि AAP नेता वोट के लिए दिवाली और पटाखों पर दोष मढ़ रहे हैं। भारत में हुई G20 समिट के शेरपा और नीति आयोग के पूर्व CEO अमिताभ कांत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की समझदारी ने पटाखे जलाने के अधिकार को जीने और सांस लेने के हक पर प्राथमिकता दी है।
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