दिग्गज बॉलीवुड एक्टर और कॉमेडियन सतीश शाह हमारे बीच नहीं रहे। उन्होंने 74 की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया। 25 अक्टूबर को मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में आखिरी सांस ली। अभिनेता ने अपने काम से दर्शकों को चार दशक तक एंटरटेन किया है। 250 से ज्यादा फिल्मों और टीवी शोज का हिस्सा रहे हैं। इन्होंने एक बार खुलासा किया था कि कैसे उनकी पर्सनालिटी में एक कमी थी, जिसके कारण लोग उन्हें एक एक्टर के अलावा, कुछ और समझने लगे थे।
सतीश शाह ने CNN-न्यूज 18 को साल 2023 में एक इंटरव्यू दिया था। यहां उनसे सवाल किया गया था कि क्या उनके लुक में उन्हें पॉप्युलैरिटी दिलाई है क्योंकि डायरेक्टर उन्हें अलग-अलग रोल्स देने के बरे में सोचते हैं तो सतीश ने खुलासा किया कि उनकी पर्सनालिटी ही उनके लिए नुकसानदेह साबित हुई थी।
सतीश शाह की पर्सनालिटी बनी थी मुसीबत
उन्होंने बताया था, 'जब मैं FTII से आया था तो एक्टर्स को कुछ कैटगरी में बांटा जाता था। और मैं एक ऐसा शख्स था, जो किसी कैटगरी में बैठता ही नहीं था। एक कॉमेडियन बनने के लिए बहुत लंबा और गठीला था। विलेन के लिए चेहरा बहुत सॉफ्ट था। और एक्टर के लिए मैं उस तरह से अच्छा नहीं दिखता था। इसलिए मेरा स्ट्रगल बहुत बुरा था। लोग मुझे एक एक्टर के अलावा बाकी सब समझ लेते थे।'
सतीश शाह को एक्टर नहीं समझते थे लोग
सतीश शाह ने कहा था, 'जबभी मैं लोगों से मिलने जाता था तो लोग मुझे सिनेमैटोग्राफर, एडिटर या डायरेक्टर समझ लेते थे। इसलिए ये मेरे खिलाफ काम करता था। अब जब लोग मुझसे पूछते हैं कि मेरी पर्सनालिटी ने मेरी कैसे मदद की तो ऐसा कुछ हुआ ही नहीं था। उस वक्त मेरी पर्सनालिटी ही मेरी कमी थी।'
सतीश शाह ने CNN-न्यूज 18 को साल 2023 में एक इंटरव्यू दिया था। यहां उनसे सवाल किया गया था कि क्या उनके लुक में उन्हें पॉप्युलैरिटी दिलाई है क्योंकि डायरेक्टर उन्हें अलग-अलग रोल्स देने के बरे में सोचते हैं तो सतीश ने खुलासा किया कि उनकी पर्सनालिटी ही उनके लिए नुकसानदेह साबित हुई थी।
सतीश शाह की पर्सनालिटी बनी थी मुसीबत
उन्होंने बताया था, 'जब मैं FTII से आया था तो एक्टर्स को कुछ कैटगरी में बांटा जाता था। और मैं एक ऐसा शख्स था, जो किसी कैटगरी में बैठता ही नहीं था। एक कॉमेडियन बनने के लिए बहुत लंबा और गठीला था। विलेन के लिए चेहरा बहुत सॉफ्ट था। और एक्टर के लिए मैं उस तरह से अच्छा नहीं दिखता था। इसलिए मेरा स्ट्रगल बहुत बुरा था। लोग मुझे एक एक्टर के अलावा बाकी सब समझ लेते थे।'
सतीश शाह को एक्टर नहीं समझते थे लोग
सतीश शाह ने कहा था, 'जबभी मैं लोगों से मिलने जाता था तो लोग मुझे सिनेमैटोग्राफर, एडिटर या डायरेक्टर समझ लेते थे। इसलिए ये मेरे खिलाफ काम करता था। अब जब लोग मुझसे पूछते हैं कि मेरी पर्सनालिटी ने मेरी कैसे मदद की तो ऐसा कुछ हुआ ही नहीं था। उस वक्त मेरी पर्सनालिटी ही मेरी कमी थी।'
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