दुनिया में कई खूबसूरत और अद्भुत जगहें हैं जो किसी न किसी कारण से खास मानी जाती हैं। देश में कई ऐसे धार्मिक स्थल भी हैं जहां भारी भीड़ देखी जाती है। ऐसा माना जाता है कि ऐसे धार्मिक स्थलों पर जाने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। कई लोग अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए धार्मिक मंदिरों में जाते हैं, लेकिन आज हम आपको देश के एक ऐसे पेड़ के बारे में बता रहे हैं जहां हमारी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
यह वृक्ष उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर शहर में स्थित है। यह वृक्ष गोमती नदी के तट पर स्थित है। यदि आप ऐतिहासिक और हिंदू स्थलों की यात्रा करना पसंद करते हैं, तो यह शहर आपको बिल्कुल निराश नहीं करेगा। आपको बता दें कि यह राज्य की राजधानी लखनऊ से 135 किलोमीटर पूर्व में स्थित है। आपको बता दें, इस शहर का इतिहास बहुत पुराना है। ऐसा कहा जाता है कि यह शहर करीब 1200 तक उनके शासन के अधीन था। आपको बता दें कि प्राचीन काल में सुल्तानपुर का नाम कुशभवनपुर था, जो समय के साथ बदलकर सुल्तानपुर हो गया। आइए जानें कि आप सुल्तानपुर में किन जगहों पर जा सकते हैं।
पारिजात वृक्ष
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर शहर में गोमती नदी के तट पर एक पारिजात वृक्ष है। इस पेड़ के बारे में लोगों की कई मान्यताएं हैं। इस वृक्ष की पूजा करने के लिए लोग दूर-दूर से यहां आते हैं। कहा जाता है कि जो भी यहां आकर पूजा करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। आपको बता दें कि यह वृक्ष बहुत प्राचीन है और यहां सदियों से इसकी पूजा होती आ रही है।
धोपप्पा धार्मिक स्थान
सुल्तानपुर में धोपाप नामक एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। पारिजात वृक्ष की तरह ही इस स्थान पर भी अनेक मान्यताएं हैं। लोगों का मानना है कि जो भी दशहरे पर यहां आता है वह गोमती नदी में अपने पाप धो लेता है। रामनवमी और ज्येष्ठ शुक्ल दशमी को बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आकर स्नान करते हैं। आपको बता दें कि घाट पर एक राम मंदिर है जो सूर्योदय और सूर्यास्त के समय खुलता है। ऐसा माना जाता है कि जो भी व्यक्ति स्नान करके राम मंदिर जाता है, उसे अपने जीवन में अवश्य सफलता प्राप्त होती है।
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