रायपुर, 28 अगस्त (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के 16 हजार कर्मचारियों का हड़ताल जारी है। कर्मचारी अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इसी बीच स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल का बड़ा बयान सामने आया है। मंत्री ने कहा कि, एनएचएम कर्मचारियों की चार-पांच मांगों को पूरा किया जा चुका है। 22 प्रतिशत वेतन वृद्धि ट्रांसफर नीति बनाने की सहमति बन चुकी है साथ ही 30 दिन के चिकित्सकीय अवकाश जैसी मांगों की सहमति दी जा चुकी है।
कर्मियों की नियमितीकरण के मुख्य मांग पर उन्होंने कहा कि, नियमितीकरण की मांग के लिए केंद्र की सहमति जरुरी है इसके बिना इसे पूरा कर पाना फिलहाल संभव नही है। स्वास्थ्य मंत्री ने दावा किया कि, हड़ताल से स्वास्थ्य व्यवस्था प्रभावित नहीं हुई है और सभी अस्पताल संचालित हो रहे है। इधर हड़ताल में बैठ कर्मचारियों ने स्पष्ट किया है कि वे अपनी मांगों से पीछे नहीं हटेंगे। कर्मचारी संघ ने सरकार के उस दावे को भी खारिज कर दिया है, जिसमें कुछ मांगों को पूरा करने की बात कही गई थी। कर्मचारी संघ के अनुसार, सरकार और उच्च अधिकारी छलावा कर रहे हैं। कर्मचारी संघ का कहना है कि, जब तक नियमितिकरण सहित सभी मांगों पर लिखित आदेश नहीं आता, हड़ताल जारी रहेगी। कर्मचारियों का कहना है कि संविदा सिस्टम समान काम, समान वेतन के सिद्धांत के खिलाफ है। इसलिए वे इस व्यवस्था का विरोध कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में एनएचएम कर्मचारियों की 10 सूत्रीय मुख्य मांगें है संविलियन/स्थाईकरण , पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना, ग्रेड पे का निर्धारण, कार्य मूल्यांकन व्यवस्था में पारदर्शिता, लंबित 27% वेतन वृद्धि , नियमितभर्ती में आरक्षण , अनुकंपा नियुक्ति , मेडिकल एवं अन्य अवकाश की सुविधा , स्थानांतरण नीति , न्यूनतम 10 लाख का कैशलेस चिकित्सा बीमा है।
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(Udaipur Kiran) / गायत्री प्रसाद धीवर
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