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पिछले 10 वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ीः सैयद जफर इस्लाम

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नई दिल्ली, 19 अगस्त (Udaipur Kiran) । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम ने मंगलवार को कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ी है और विश्वभर की रेटिंग एजेंसी बता रही हैं हर मानदंड पर भारत बेहतरीन प्रदर्शन कर रहा है। जफर इस्लाम ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर झूठ बोलने पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने बताया कि कांग्रेस शासित राज्यों में युवा बेरोजगारी वैश्विक स्तर से भी अधिक है।

भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में

राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की कोशिश रहती है कि जिस तरह उन्होंने (कांग्रेस) 2014 तक देश की अर्थव्यवस्था को चरमराया था, उसी तरह अब भी तेजी से बढ़ रही अर्थव्यवस्था को रोकने का काम करें। पूरी दुनिया के परिप्रेक्ष्य में देखें तो जब ग्लोबल इकॉनमी सिकुड़ रही है, भारत की अर्थव्यवस्था के बारे में सिर्फ सकारात्मक संकेत ही दुनिया के इकोनॉमिस्ट और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से मिल रहे हैं। जब लोग कहते हैं कि इंडिया इज अ शाइनिंग स्टार, तो कांग्रेस को दर्द होता है और यह दर्द समझा जा सकता है, क्योंकि 2004 में जब भाजपा उन्हें अर्थव्यवस्था सौंपी थी तो वह बहुत अच्छे हालात में थी। सभी मैक्रोइकॉनॉमिक पैरामीटर्स बेहतर थे लेकिन 2014 में 10 साल बाद जब वही अर्थव्यवस्था भाजपा को वापस मिली तो सारे पैरामीटर्स बुरी स्थिति में थे और अर्थव्यवस्था गंभीर संकट में थी। या तो पॉलिसी पैरालिसिस थी या फिर देश की पहचान केवल घोटालों और नीति-निर्णय पक्षाघात से हो रही थी और विकास दर नीचे जा रही थी।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि 18 साल बाद जब दुनिया टैरिफ के मुद्दों और प्राइसिंग की चुनौतियों से जूझ रही है, सपताई चेन पर प्राइसिंग का प्रभाव कई देशों की अर्थव्यवस्था को चरमरा रहा है। ऐसे समय में भारत की रेटिंग अपग्रेड होकर ट्रिपल बी माइनस से ट्रिपल वी फ्लैट और आउटलुक वेरी पॉजिटिव होना यह संकेत देता है कि देश की अर्थव्यवस्था केवल मजबूत ही नहीं बल्कि बहुत मजबूत और सही दिशा में है। रेटिंग अपग्रेड होने से दुनिया भर में सकारात्मक संदेश जाता है। वैश्विक स्तर पर माना जा रहा है कि भारत की नीतिय सरकार की पहल और स्ट्रक्बरल रिफॉर्म्स ही वह कारण है जिनसे विकास में निरंतरता और आर्थिक स्थिरता बनी रहेगी। इसका श्रेय भारत की जनता की भी जाता है, जिन्होंने ऐसी सरकार चुनी, जिसने निरंतरता दी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को तीसरी बार अवसर दिया। इसी निरंतरता ने वैश्विक संस्थाओं और निवेशकों में भरोसा जगाया है। रेटिंग एजेंसी के अपग्रेड से भारत को प्राइसिंग पॉईट पर भी बड़ा लाभ मिलेगा। खासकर एक्सटर्नल डेट पर इसका असर होगा ब्याज दरों में गिरावट आएगी और उसका सीधा फायदा देश की अर्थव्यवस्था को मिलेगा।

सैयद जफर इस्लाम ने कहा कि पिछले वर्षों सालों का भारत वेटेड एवरेज ग्रोथ रेट 8 प्रतिशत रहा है। यह आंकड़ा भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था की श्रेणी में नंबर एक पर रखता है। पिछले तीन वर्षों में इतनी तेजी से कोई बड़ी अर्थव्यवस्था नहीं बढ़ी है। अगर मौजूदा वर्ष की बात करें तो आरबीआई ने 6.5 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान दिया है। इससे भी महत्वपूर्ण यह है कि आईएमएफ ने हाल ही में अपना आउटलुक संशोधित कर अनुमानित वृद्धिदर को 6.2 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.4 प्रतिशत कर दिया है, जबकि दुनिया टैरिफ और अन्य अनिश्चितताओं से जूझ रही है। 2013 में जो महंगाई 9.74 प्रतिशत थी, वह घटकर इस महीने 1.55 प्रतिशत रह गई है और कांग्रेस पार्टी के कार्यकाल में जो औसतन महंगाई 7.4 प्रतिशत रही थी वो पिछले 10 वर्षों में 4 प्रतिशत से भी कम रही है। इस बार महंगाई करीब 3 प्रतिशत के आसपास रहने की उम्मीद है। 1989 के बाद यह पहली बार होगा जब महंगाई इतनी कम स्तर पर आएगी।

राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि आज वैश्विक परिप्रेक्ष्य में देखें तो अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों में महंगाई भारत से कहीं ज्यादा है। पूरी दुनिया महंगाई से जूझ रही है, लेकिन भारत में यह नियंत्रण में है। खासकर खाद्य महंगाई, जिस पर कांग्रेस बार-बार हल्ला करती थी कि प्याज, टमाटर और आलू के दाम बढ़ गए। सत्य तो यह हा कि खाद्य महंगाई-1.6 प्रतिशत है यानी खाने-पीने की चीजों के दाम गिरे हैं। मौसमी कारणों से कभी-कभी दाम बढ़ते हैं, लेकिन जैसे ही नई फसल आती है, दाम अपने आप स्थिर हो जाते हैं। आज कृषि क्षेत्र का बहुत बड़ा योगदान है। भाजपा सरकार ने 2014 से पहले की तुलना में पूंजी आवंटन पांच गुना बढ़ाया है। इसका नतीजा यह है कि भारत न सिर्फ खाद्यान्न में आत्मनिर्भर बना है बल्कि कई उत्पादों के उत्पादन में भी बदलाव लाने का प्रयास कर रहे हैं और किसानों की आय में भी 8 प्रतिशत वृद्धि हुई है। किसानों की आमदनी बढ़ रही है, उनका उत्पादन बढ़ रहा है, उनकी कमाई बढ़ रही है और सरकार की ओर से हर प्रकार की सहायता भी उन्हें मिल रही है।

राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि तथ्यों पर गैर करें तो 2014 में भारत की अर्थव्यवस्था 2.4 ट्रिलियन डॉलर थी, जो अब बढ़कर 4.3 ट्रिलियन डॉलर हो गई है यानी भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार दोगुने से भी अधिक हो गया है। प्रति व्यक्ति आप भी पहले से दोगुने से ज्यादा बढ़ चुकी है। भारतीय अर्थव्यवस्था 11वें स्थान से छलांग लगाकर चौथे स्थान पर पहुंचा है, जो हमारी आर्थिक मजबूती मजबूती का का प्रमाण है। एक्सपोर्ट्स में भी देखें तो सर्विस सेक्टर में बड़ी तेजी से वृद्धि हो रही है। जीसीसी पानी ग्लोबल के पेसिटी सेंटर्स इसका उदाहरण हैं।

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(Udaipur Kiran) / विजयालक्ष्मी

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