अनूपपुर, 1 नवंबर (Udaipur Kiran) . Madhya Pradesh के अनूपपुर जिले में स्थित विश्वविख्यात मां नर्मदा की नगरी अमरकंटक में Saturday को श्रीरामचन्द्र पथ गमन न्यास मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग द्वारा जिला प्रशासन अनूपपुर के सहयोग से रामघाट में सायं 6 बजे से Madhya Pradesh स्थापना दिवस एवं देव प्रबोधिनी एकादशी के अवसर पर दीपोत्सव पर्व का आयोजन किया गया. इस मौके पर मां नर्मदा के पुण्य तट 51 हजार दीपों से जगमग किया गया. इसके बाद मां नर्मदा की महाआरती की गई. जिसमे प्रदेश के कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल, कलेक्टर हर्षल पंचोली,मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अर्चना कुमारी सहित जनप्रतिनिधीयों सहित पुजारियों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के मां नर्मदा की महाआरती की गई. धार्मिक उत्साह एवं श्रद्धा से ओत-प्रोत इस आयोजन में श्रद्धालुओं ने मां नर्मदा से समृद्धि और कल्याण की कामना की.
इस अवसर पर जबलपुर के मनीष अग्रवाल द्वारा भक्ति गायन की प्रस्तुतियां जारी हैं. कार्यक्रम में नागरिकों, श्रृद्धालुओं तथा पर्यटकों ने बड़ी संख्या में सहभागिता की.
परंपरा के रुप में प्रतिवर्ष होगा आयोजन
इस अवसर पर उपस्थित संतगणों, पंडा – पुजारियों, श्रद्धालुओं, गणमान्य नागरिकों को संबोधित करते हुए प्रदेश के कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल ने दीपदान आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि दीपावली के बाद देव उठनी एकादशी के पर्व पर माता नर्मदा जी की उद्गम नगरी अमरकंटक के रामघाट में संतमंडल और गणमान्य लोगों के सहयोग से दीपदान और पंच आरती का भव्य और ऐतिहासिक आयोजन की बधाई दी, और कहां कि हमारा प्रयास होगा कि ऐसे भव्य – दिव्य अन्य आयोजन अमरकंटक में होते रहें. ऐसे आयोजनों से अमरकंटक में पर्यटन को बढावा मिलेगा. इससे पूर्व वह कार्यक्रम में शामिल होने आए सभी विद्वत संतगणों से मिल कर आशीर्वाद प्राप्त किया.
रामघाट में हुआ 51 हजार दीपदान
देवउठनी एकादशी- तुलसी विवाह अवसर पर श्रीरामचन्द्र पथ गमन न्यास मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग द्वारा जिला प्रशासन अनूपपुर के सहयोग से जिले में अमरकंटक के रामघाट में Saturday की सायं 6 बजे से देव प्रबोधनी एकादशी के उपलक्ष्य में दीपोत्सव पर्व का आयोजन किया गया. श्रद्धालुओं द्वारा रामघाट को रंगोली,पुष्पमाला,रंगीन बिजली की लाईट से सजावट कर कार्यक्रम को अत्यंत मनोहारी बनाया गया था. दीपदान और पंच आरती से पूर्व भजन कीर्तन,वैदिक मंत्रोच्चारण कर नर्मदाष्टक से नर्मदा मैया की विधिवत पूजा-अर्चना की गयी. मृत्युंजय आश्रम के वेदपाठी शिष्यों द्वारा सस्वर पाठ किया गया. इसके पश्चात नर्मदा तट के रामघाट पर 51 हजार दीप प्रज्ज्वलन के साथ दीपदान करते हुए काशी के आचार्यों द्वारा पंच महाआरती की गयी.
(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला
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