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गौ महाकुंभ का जयपुर में भव्य आगाज

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जयपुर, 4 सितंबर (Udaipur Kiran) । राजधानी के विद्याधर नगर स्टेडियम में को देवराहा बाबा गौसेवा परिवार की ओर से गौ महाकुंभ 2025 का शुभारंभ हुआ। यह महाकुंभ 7 सितम्बर तक चलेगा। कार्यक्रम की शुरुआत सामूहिक दीप प्रज्वलन से हुई। बतौर मुख्य अतिथि पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा गाय को भारतीय संस्कृति में मां का दर्जा प्राप्त है ऐसे में इस तरह के आयोजन सराहनीय कदम है। इसी तरह गौ माता को अर्थव्यवस्था से जोड़ना भी एक तरह से अच्छी पहल है। वे बोले, गौ महाकुंभ 2025 परंपरा और प्रौद्योगिकी का संगम है।

आध्यात्मिक प्रवक्ता सद्गुरु रितेश्वरजी महाराज ने कहा कि गाय हमारी सनातन संस्कृति का मुख्य आधार है। गाय का इतना बड़ा आयोजन करने वालों पर गौमाता की कृपा बरस रही है। जहां गौमाता से संबंधित कोई कार्य होता है उसमें किसी सहयोग की जरूरत नहीं पड़ती, बल्कि गौमाता के आशीर्वाद से ही सब कार्य पूर्ण हो जाते हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा किसानों की मदद कर रहे हैं ये सुनकर बहुत अच्छा लग रहा है। सदगुरु रितेश्वरजी महाराज ने इसके पूर्व में 33 करोड़ आहुतियों के संकल्प के साथ गौ पुष्टि महायज्ञ की शुरुआत की, जिसमें सवा लाख आहुतियां का कार्यक्रम चल रहा है।

कार्यक्रम में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि प्राचीन काल में हमारे पूर्वजों का प्रकृति नदी पहाड गौमाता आदि से लगाव था। कृषि प्रधान देश होने के नाते भारत की कृषि में गौमाता का विशेष योगदान है। बैलों से सिंचाई कार्य होता था। आधुनिकता के इस दौर में कृषि क्षेत्र गौण होता चला गया इसी का परिणाम कि आज प्राकृतिक असंतुलन बढ़ रहा है। शारीरिक स्वास्थ्य खत्म होता जा रहा है परन्तु अब पुन:इसी कड़ी में पौराणिक संस्कृति की तरफ लौटने के लिए ये गौ महाकुंभ का आयोजन किया गया है। गौमाता के माध्यम से विभिन्न उत्पादों के सृजन का शोध भी किया जा रहा है। भारत सरकार और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशन में राजस्थान सरकार भी इस दिशा में विशेष प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने पिछले बजट सत्र में जो किसान भाई बहन के माध्यम से खेती करेंगे उन्हें 25 हजार का अनुदान देने की घोषणा की है। निश्चित रूप से इससे गौ संरक्षण में वृद्धि होगी और भारत देश में खुशहाली का दौर वापस आएगा।

देवराहा बाबा गौसेवा परिवार के राष्ट्रीय प्रचारक संजय शर्मा ने कहा कि गौ महाकुंभ केवल इवेंट नहीं है, ये गौ आधारित अर्थव्यवस्था की एक विचारधारा है। इस विचारधारा की शुरुआत आज राजस्थान की गुलाबी नगरी से हुई है। देवराहा बाबा गौसेवा परिवार पिछले 9 सालों से गायों के संरक्षण की मुहिम पूज्य सिद्धगुरु श्रीसिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरुदेव की प्रेरणा से चला रहा है। दो गायो से परिवार शुरु हुआ था। इस मुहिम को समाज के सामने लाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। बकौल शर्मा, गाय दया का विषय नहीं है। गाय सनातन संस्कृति और प्राचीन भारत की अर्थव्यवस्था में मूल आधार रही है। कॉर्पोरेट कल्चर में हम गायों को लाकर विभिन्न उत्पादों, चिकित्सा पद्धति और संस्कृति को जीवित रखने का कार्य करेंगे।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ सत्यप्रकाश वर्मा, आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक और गौसेवक शंकरजी ने भी विचार रखे।

कार्यक्रम में महापौर कुसुम यादव, वृंदावन से आए संजीव कृष्ण ठाकुर महाराज, एसबीआई के डीजीएम रविशंकर, राजस्थान ग्रामीण बैंक के जनरल मैनेजर श्याम सिंह, शिवव्रत, गौ महाकुंभ के चेयरमैन डॉ लालसिंह, समन्वयक मृदुल शर्मा, सदस्य डॉ युद्धवीर सिंह बलवदा, डॉ अशोक कुमावत, एसबी नवरंग शर्मा, सुरेन्द्र अवाना, पूरण चौधरी, भरतराज पुरोहित, मनीष जैन समेत अन्य गणमान्य मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि 4 सितंबर से प्रारंभ हुआ यह गौ महाकुंभ 7 सितंबर तक चलेगा। इस महाकुंभ में भारतीय देसी नस्ल की अनेक गायें आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। साथ ही विभिन्न प्रकार के गौ आधारित उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है।

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(Udaipur Kiran) / राजीव

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