– मुख्यमंत्री धामी ने किया था आग्रह
देहरादून, 3 मई . भगवान श्री बदरी-विशाल के कपाट खुलने की पूर्व संध्या पर केन्द्र सरकार ने उत्तराखण्ड को बड़ी सौगात दी है. केन्द्र सरकार ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अनुरोध पर ज्योतिर्मठ को आपदा से सुरक्षित करने के लिए 291.15 करोड़ की धनराशि मंजूर की है.
मुख्यमंत्री ने ज्योतिर्मठ के पुनर्निर्माण गतिविधियों के लिए धनराशि की स्वीकृति के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह का आभार व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्योतिर्मठ के सुनियोजित विकास और सुरक्षित दीर्घकालिक कार्यों के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है. ज्योतिर्मठ की देवतुल्य जनता व क्षेत्र के विकास के लिए भविष्य में हर संभव प्रयास किए जाएंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना से न केवल ज्योतिर्मठ के आपदा प्रभावित क्षेत्र को सुरक्षित किया जा सकेगा, अपितु स्थानीय निवासियों एवं देश-विदेश से भगवान बद्रीविशाल के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के सुरक्षित विश्राम के लिए स्थल उपलब्ध हो सकेगा. साथ ही भगवान बद्रीविशाल के शीतकालीन प्रवास के लिए नरसिंह मंदिर के आस-पास के निवासियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो सकेगी.
उल्लेखनीय है कि 2 जनवरी, 2023 को ज्योतिर्मठ के कई घरों और अवसंरचनाओं में भू-धंसाव के कारण बड़ी दरारें दिखाई देने लगी थी. ज्योतिर्मठ नगर में स्थित संरचनाओं में से लगभग 22 प्रतिशत संरचनाएं इससे प्रभावित हुई थी. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तुरंत इस संबंध में शासन के आला अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की जानकारी ली और मुख्यमंत्री के निर्देश पर शासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने क्षेत्र का भ्रमण किया.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर एनडीएमए, यूएसडीएमएम, आईआईटी रुड़की, यूएनडीपी, सीबीआरआई, वाडिया इंस्टीट्यूट, एनआईडीएम, और अन्य एजेंसियों के विशेषज्ञों से युक्त 35 सदस्यीय टीम ने अप्रैल 2023 के चौथे सप्ताह के दौरान पीडीएनए करने के लिए ज्योतिर्मठ का भ्रमण किया.
भ्रमण के दौरान आवास और पुनर्वास स्वास्थ्य और शिक्षा पेयजल और स्वच्छता सहित नागरिक सुविधाओं सड़क और पुल जैसे स्थानीय स्तर के बुनियादी ढांचे, आपदा जोखिम में कमी और पुनर्प्राप्ति और पुनर्निर्माण योजनाओं के लिए क्षेत्रवार क्षति का आकलन किया.
उपरोक्तानुसार विशेषज्ञों द्वारा ज्योतिर्मठ भू-धसाव के सम्बन्ध में दी गयी निरीक्षण आख्या के क्रम में उच्च स्तरीय समिति ने ज्योतिर्मठ शहर और आसपास के क्षेत्र में पुनर्प्राप्ति और पुनर्निर्माण गतिविधियों के लिए विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कराए जाने के लिवए त्तीय सहायता को मंजूरी दी.
मजबूत अवसंरचनाओं का होगा निर्माण
उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण ने ज्योतिर्मठ शहर में जमीन के धंसने को रोकने और शहर के निवासियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए विभिन्न परियोजनाएं शुरू करने का प्रस्ताव दिया. प्रारंभ में अस्थिर क्षेत्रों को स्थिर करने और शहर की जलनिकासी और सीवरेज प्रणाली में सुधार करने के लिए परियोजनाओं को शुरू करने की योजना है.
इन गतिविधियों से जमीन की स्थिरता में सुधार होगा, जिससे भवन बनाने के लिए मजबूत भूमि उपलब्ध हो सकेगी. साथ ही घरों और बुनियादी ढांचे के विध्वंस और पुनर्निर्माण से संबंधित विभिन्न गतिविधियों को शुरू करने में मदद मिलेगी.
प्रथम चरण में परियोजनाओं में अलकनंदा नदी के किनारे Toe Protection कार्य ढलान स्थिरीकरण उपाय जल संरक्षण व पुनर्वास शामिल हैं. इन पहलुओं पर डीपीआर उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण ने तैयार करायी है. अनुदान की मंजूरी के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, भारत सरकार को प्रस्तुत की गई. प्रस्तावित परियोजनाओं को बाद में गृह मंत्रालय में प्रस्तुत किया गया.
परियोजनाओं की स्वीकृति के लिम मुख्यमंत्री के स्तर से गृह मंत्री एवं प्रधानमंत्री से समय-समय पर विचार-विमर्श करते हुए यथाशीघ्र धनराशि अवमुक्त किये जाने का अनुरोध किया गया. मुख्यमंत्री ने बार-बार किए गए अनुरोध व गृह मंत्रालय की सिफारिश के आधार पर धनराशि मिलने से ज्योतिर्मठ शहर को स्थिर करने के लिए योजनाबद्ध गतिविधियों को संपन्न किया जा सकेगा.
बदरी नारायण के कपाट खुलने से पहले सौगात
मुख्यमंत्री ने बद्रीनाथ के कपाट खुलने की पूर्व संध्या पर बड़ी सौगात देने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह का हार्दिक आभार जताया. उन्होंने कहा कि ज्योतितिर्मठ के सुनियोजित विकास के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है. ज्योतिर्मठ की देवतुल्य जनता को भरोसा दिलाता हूं कि एक सुरक्षित, विकसित, सुनियोजित और सुंदर ज्योतिर्मठ शहर का सपना जल्द साकार होगा. इसके लिए कोई कोर-कसर नहीं छोडी जाएगी.
/ Vinod Pokhriyal
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