दिल्ली सरकार ने एक ऐसी योजना लॉन्च की है, जो गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं! अटल कैंटीन योजना के तहत अब दिल्ली के स्लम और झुग्गी-झोपड़ी इलाकों में रहने वाले लोग सिर्फ 5 रुपये में पेट भर खाना खा सकेंगे। दिल्ली कैबिनेट ने इस योजना को हरी झंडी दे दी है, और इसे 25 दिसंबर, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर शुरू किया जाएगा। तो चलिए, इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं।
अटल कैंटीन योजना का खास प्लानदिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में इस योजना को मंजूरी दी गई। शुरुआत में 100 अटल कैंटीन खोली जाएंगी। अगस्त में जब इस योजना का प्रस्ताव रखा गया था, तब स्लम इलाकों में जगह की कमी को लेकर सवाल उठे थे। लेकिन अब सरकार ने इसका हल निकाल लिया है। जहां जगह की दिक्कत होगी, वहां मोबाइल वैन के जरिए खाना पहुंचाया जाएगा। इस योजना के लिए सरकार ने 100 करोड़ रुपये का बजट भी तय किया है, ताकि इसे सुचारू रूप से लागू किया जा सके। अधिकारियों को तैयारियां शुरू करने के आदेश दे दिए गए हैं।
पैकेट बंद खाना भी उपलब्धइस योजना को और बेहतर बनाने के लिए सरकार ने कुछ खास इंतजाम किए हैं। कैंटीन चलाने वाली कंपनी को कोई नुकसान न हो, इसके लिए उन्हें पैकेट बंद खाना (पैक्ड फूड) बेचने की इजाजत दी गई है। लेकिन इसके साथ कुछ शर्तें भी हैं। कंपनी को कैंटीन के आसपास की साफ-सफाई का जिम्मा खुद उठाना होगा। साथ ही, केवल तय मेन्यू वाला खाना ही बेचा जा सकेगा। इससे न सिर्फ लोगों को सस्ता खाना मिलेगा, बल्कि कैंटीन का संचालन भी आसान होगा।
5 रुपये में पेट भर खाना5 रुपये में भरपेट खाना देने की यह योजना दिल्ली में पहली बार नहीं शुरू हो रही। पहले भी ऐसी कोशिशें हुई हैं। कांग्रेस सरकार के समय तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने जन आहार योजना शुरू की थी, जिसमें 10 से 15 रुपये में खाना मिलता था। हालांकि, कुछ समय बाद वह योजना बंद हो गई। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने भी आदमी कैंटीन के नाम से एक योजना शुरू की थी, लेकिन वह भी ज्यादा समय तक नहीं चल पाई। अब अटल कैंटीन योजना के साथ दिल्ली सरकार एक बार फिर जरूरतमंदों के लिए सस्ता और पौष्टिक खाना सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है।
इस योजना से दिल्ली के लाखों लोगों को फायदा होने की उम्मीद है। अगर आप स्लम या झुग्गी-झोपड़ी इलाकों में रहते हैं, तो इस शानदार सुविधा का लाभ उठाने के लिए तैयार रहें। 25 दिसंबर से शुरू हो रही इस योजना की जानकारी के लिए अपनी नजदीकी कैंटीन या मोबाइल वैन की तलाश करें!